भाजपा की जीत, 'व्यापमं' की हार

[dc]मध्यप्रदेश[/dc] में भारतीय जनता पार्टी स्थानीय निकाय चुनावों में मिली कामयाबी से शायद ये स्थापित करना चाहती है कि व्यापमं घोटाले का वोटरों पर कोई असर नहीं हुआ. वैसे तात्कालिक तौर पर ही सही, लेकिन पार्टी को इस तरह का दावा करने की छूट मिलनी चाहिए. राज्य के दस नगर निकायों में 12 अगस्त को […]

नीतीश की राजनीति में 'आप' कनेक्शन

[dc]बिहार[/dc] के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के साथ हुई मुलाकात के क्या अर्थ निकाले जाने चाहिए? नीतीश कुमार इस समय जिस तरह के राजनीतिक संकट और संघर्ष में उलझे हुए हैं, उन्हें शायद कोई उम्मीद हो सकती है कि केजरीवाल मदद कर सकते हैं. बिहार […]

व्यापमं: शिवराज के भविष्य पर कोई असर होगा?

[dc]मध्य प्रदेश[/dc] में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी गंभीर मुश्किलों में नज़र आ रही है. समूची पार्टी अपने सारे काम काज छोड़कर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के बचाव की मुद्रा में है. व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) में हुए घोटाले और उसमें कथित तौर पर शामिल या उसके साथ किसी भी तरह से जुड़े लोगों की एक के […]

व्यापम

[dc]मध्य प्रदेश[/dc] में ​​व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापम) के हुए फर्जीवाड़े के सिलसिले में कितने लोगों की जानें अब तक ज्ञात अथवा रहस्यमय परिस्थितियों में जा चुकी हैं इसकी सही-सही जानकारी उपलब्ध नहीं है. ऐसा संभव हो उसकी ज्यादा उम्मीद भी हाल – फिलहाल नहीं है. एक ताजा अनुमान के अनुसार, घोटाले में कथित रूप से […]

न क़त्ल हुए मौक़ों पर सवाल, न मौतों पर जवाब

[dc]मध्य प्रदेश[/dc] व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले में कितने लोगों की जानें अब तक ज्ञात अथवा रहस्यमय परिस्थितियों में जा चुकी हैं इसकी सही-सही जानकारी उपलब्ध नहीं है. ऐसा संभव हो उसकी ज्यादा उम्मीद भी हाल-फिलहाल नहीं है.एक ताज़ा अनुमान के अनुसार, घोटाले में कथित रूप से सम्बद्ध कोई 32 लोगों की जानें जांच प्रारम्भ होने […]

केजरीवाल जंग

[dc]दिल्ली[/dc] के उपराज्यपाल नजीब जंग और मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के बीच अपने अधिकारों को लेकर जिस तरह के टकराव की शुरुआत हुई है वह अब थमने वाली नहीं है। यह चलती रहेगी। केजरीवाल चाहेंगे भी कि वह चलती रहे. इससे उन्हें दिल्ली की जनता को यह समझाने का अवसर मिलेगा कि उनके नेतृत्व वाली आम […]

केजरी को अपना 'आपा' खोने की छूट..?

[dc]अरविंद[/dc] केजरीवाल अगर ‘तानाशाहों’ की तरह से काम करते हुए ‘आम आदमी पार्टी’ को चलाना चाहते हैं और अपने विरोधियों के साथ उसी तरह का व्‍यवहार करना चाहते हैं जैसा कि शनिवार को नई दिल्‍ली में पार्टी के कतिपय प्रमुख संस्‍थापक सदस्‍यों के साथ किया गया तो उन्‍हें ऐसा करने की छूट मिलनी चाहिए। अरविंद […]

दिल्ली को पूरा देश न समझे 'आप'

[dc]अरविंद[/dc] केजरीवाल के बेंगलुरू से स्व स्था होकर वापस दिल्लीक लौटने के साथ ही आम आदमी पार्टी की महत्वाजकांक्षाओं ने अखिल भारतीय स्व्रूप को प्राप्त् करने की अंगड़ाइयां लेना शुरू कर दिया है। इसमें अनुचित भी कुछ नहीं है। एक प्रभावशाली पार्टी के रूप में कांग्रेस पार्टी के समाप्त़प्राय हालातों में पहुंच जाने के बाद […]

अरविंद केजरीवाल की चुप्पी उनकी ज़रूरत?

[dc]अरविंद[/dc] केजरीवाल अगर चाहते तो आम आदमी पार्टी के सामने खड़े हुए संकट को टाल सकते थे, उसे सुलझा सकते थे, उसका वक्‍त रहते समाधान कर सकते थे, पर उनका ऐसा नहीं करना उनकी मजबूरी थी और उससे भी ज्‍़यादा उनकी ज़रूरत थी। मजबूरी यह कि अरविंद के बारे में य‍ह लगभग स्‍थापित-सा हो गया […]